आज शादी हो या छोटा बड़ा कार्यक्रम सबसे अहम है डीजे यानी की शोरगुल के साथ ऊंची ध्वनि और प्रदूषण।
आवाज इतनी की लोगो को हार्ट अटैक तक आ जाता हैं। आवाज इतनी की औरतों के गर्भ तक गिर सकते हैं।
दोस्तो मैं आपको यह 100% सच बात कह रहा हूं की कैसे हम आज चारो तरफ मौत के शिकंजे में धंस रहे हैं। आज चारो तरफ खाना पीना और नाच गाना यानी जीवन का सार ही आज मौत के तांडव के बीच फंस कर लगातार संसार को अपनी तरफ खींच रहा हैं।
डीजे जोकि आज का मेरा विषय हैं। दोस्तो बीमार और कमजोर हार्ट वाले लोग भी अपनी विशेष शादी और परिवार की शादी का हिस्सा होने के कारण अक्सर शादियों में आते और जाते हैं।
लेकिन कमजोर दिल वालो और बीमार लोगो की कोई नही सुनता। युवा पीढ़ी सिर्फ अपने मजे के लिए ऐसे लोगो को नजर अंदाज करती हैं। कारण कम औसत होने के कारण इन लोगो की नही सुनता।
मैं आज आपको शायद कोई ऐसी बात नहीं कह रहा हूं जो नई हो।
हाल ही में एक रिपोर्ट के मुताबिक क्या डीजे बन सकता है मौत का कारण। क्या डीजे बीमार और मरीजों व हार्ट अटैक वाले लोगो को दे रहा है तकलीफ। तो इस विषय पर पक्का गौर करे।
पुराने समय में किसी भी व्यवस्था हो या नीति नियम शादी हो या और कोई अन्य कार्यक्रम बुजुर्गो द्वारा तय किए जाते थे। युवाओं का काम केवल अपने बुजुर्गो को सुनकर उनके नीति नियम पर चलाना।
लेकिन आज सबकुछ बदल गया हैं। आज बुजुर्ग तो केवल बच्चो को जन्म देने का जरिया है। और लगातार नालायक और आवारगी के रूप में बच्चे आज संसार में लगातार डीजे जैसे नायब जहर से रूबरू हो रहे हैं।
सभी को ध्यान देकर सदा के लिए डीजे की पाबंदी और ढोल और अन्य विदेश वाद्यों के साथ आगे चलाना चाहिए।
क्या सही में DJ की तेज़ आवाज़ में डांस करने से मृत्यु का खतरा रहता हैं?
डॉक्टर जितेंद्र सिंह ने बताया कि डीजे और अन्य बड़े साउंड से एबनॉर्मल मोमेंट आता है। इसकी वजह से तय मात्रा से ज्यादा डेसिबल वाला साउंड मानव शरीर के लिए हानिकारक होता है। इसका असर हार्ट और ब्रेन दोनों पर हो सकता है। इसलिए डीजे की तेज आवाज इंसान की मौत का कारण बन सकती है।
अक्सर पशुओं और पक्षियों को होता है नुकसान।
जब रात के माहोल में पशु और पक्षी और अन्य जानवरों के साथ साथ आसपास अस्पताल या स्केल हॉस्टल और अन्य संस्थानों को भी ज्यादा और भारी आवाज से होता है नुकसान।
डीजे में केवल बेस की आवाज होती हैं। गाने का तो पता ही नही चलाता। ज्यादा डेसिमल की आवाज के कारण लगातार युवा नशे की तरफ बढ़ रहे हैं।
कभी आपने किसी फिल्म या डांस में या कही कही कैफे या बार में देखा होगा की डीजे की आवाज के साथ लोग नशे के कस लेते हैं। साथ ही नही नही तरह के नशे लोग आज कर रहे हैं।
आजकल स्कूल और कॉलेज में भी नशे और डीजे का नशा चढ़ा हुआ हैं। आजकल स्कूल भी डीजे का प्रयोग कर रहे हैं।
समय रहते डीजे पर सोचना होगा। कितनी ही जिंदगी लील गया डीजे। कितने ही शांत और प्रिय रोजगार और संगीत को खा गया डीजे। अब तो बंद करो। ऊंचे शोर से कानो और दिल पर पड़ते दबाव होता विनाश।