माइकल जैक्सन हो या राजेश खन्ना या हो कोई।
दुनिया में अक्सर लोग प्रतिस्पर्धा की होड़ में अपना जीवन खपा देते हैं। जीवन में साधारण जीने वाला या बिना किसी अन्य दबाव व प्रभाव के यदि ऊंचाई पर पहुंचा जाए तो कोई हर्ज नहीं हैं।
लेकिन यदि ऊंचाई पर पहुंचने के लिए यदि दबाव व प्रभाव को केंद में रख कर यदि कोई जीवन जीता हैं तो वो कोई हो राजनेता हो या उद्योगपति या कलाकार या खिलाड़ी सबका जीवन बर्बाद होना निश्चित हैं।
जीवन को सरलता से जियो न की आडंबर और दिखावे के।
जीवन को सदा यदि बिना टेंशन के जीना है तो दूसरो के लिए जियो। क्योंकि इसमें तकलीफ भी आराम और सकूं में बदल जायेगी।
कितना भी टेंशन भरा काम हो,यदि उस काम और रास्ते में निस्वार्थ और जन भलाई का पुट है तो उसमे कोई तकलीफ स्थाई नही होगी।
सदा जीवन और आराम का जीवन
मैं हो या आप यदि जीवन में सदा आराम और सकूं से रहना चाहते है तो सबसे अहम है दिखावे की जिंदगी नही।
हम कितने ही ऐसे नाम जानते है जिनका अंत बहुत बुरा हुआ। भले वो बचपन से पच्चपन तक कितने ही आराम में रहे।
भले वो बादशाह हो या नवाब या राजा या मसीहा। या भले कोई राजनेता या कोई खिलाड़ी सब ने बुरी मौत अंत में बहुत घुटन भरी जिंदगी जी।
भारत के कितने ही फिल्मी कलाकार भले राजेश खन्ना हो या फिर कोई और जीवन के अंत में गमगीन और अंधेरी रातों में समा गए।
डांस का बादशाह माइकल जैक्सन को कौन नहीं जानता। क्या आप माइकल जैक्सन के जीवन का काला सच जानते हैं। यदि आप जानेंगे तो दंग रह जायेंगे।
जो माइकल जैक्सन स्टेज पर थिरकता था उसका असली और अंदर का जीवन व जिस्म को यदि आप देख लेते तो आपको ऐसी जिंदगी से नफरत हो जाती।जैक्सन के पास इतना पैसा था लेकिन सकूं नही था। क्योंकि जब। इंसान ज्यादा कमाई के फेर में पड़ जाता हैं तो फिर अपने आपको अमीरी के स्टेज पर जमाए रखने के लिए सदा आज से ज्यादा कल वाली मेहनत की तरफ बढ़ना पड़ता हैं।
जीवन का हर दिन लोगो के लिए एक मौत का रास्ता बन जाता हैं। क्योंकि उनकी खुराक ही अमीरी बन जाती हैं।
माइकल जैक्सन के साथ हुआ था हादसा।
जैक्सन के साथ भी यही हुआ। एक पेप्सी के एड की शूटिंग में सीढ़ियों से नीचे उतरते हुए अचानक आसपास की लाइट्स से अचानक स्पार्क हो गया और सिर के साथ साथ शरीर के कई हिस्से दो से तीन प्रतिशत जल गए थे।
माइकल जैक्सन हुआ था
जिसके कारण बालो का नुकसान हुआ साथ ही जैक्शन को नकली बाल और सिर के बीचों बीच टेंटू बनवाना पड़ा ताकि किसी को पता नहीं चले।
जैक्शन के शरीर पर अनगिनत सुई के निशान थे। शरीर पर इंजेक्शन लगाने से चकते बन गए।
जैक्शन की मौत इतनी दर्दनाक थी की यदि साधारण आदमी को पता चल जाए तो अंदर तक हिल जायेगा।
बेशुमार दौलत भी काम की नही
बेशुमार दौलत का धनी जब गया तो एक दिन दौलत से ज्यादा नहीं मांग सका। फिर क्यों कमाई इतनी दौलत। क्या फायदा ज्यादा दौलत का। या फिर ज्यादा दौलत का नशा इंसान के दिमाग में नहीं चढ़ना चाहिए ताकि बाद में पछताना नही पढ़े।
बेशुमार दौलत भी नही बचा पाई जैक्शन को। तो फिर क्यों जिंदगी को होड़ में लगाकर या अन्य की देखा देखी में दबाव की जिंदगी जीते हो।
जिंदगी को आराम से सरल व कम से कम सुविधाओ के साथ जियो। ताकि दुनिया में सदा जाते जाते भी सकूं की जिदंगी जी सको।